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🚩🪴स्वास्थ्य घरेलू नुस्खे🪴🚩 कमर दर्द कैसे दूर करें? By वनिता कासनियां पंजाब कारण जो भी हो, ये घरेलू नुस्खे कमर दर्द को दूर कर देंगे।चाहे वह कमर दर्द हो या पीठ के निचले हिस्से में दर्द (रीढ़ के निचले हिस्से में दर्द) या कमर के ऊपरी हिस्से में दर्द। इस दर्द से लोग काफी परेशान हैं. बहुत से लोग सोचते हैं कि कमर दर्द या पीठ दर्द केवल बुढ़ापे के साथ होता है, लेकिन यह सच नहीं है। यह किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकता है। आज की बदलती जीवनशैली कमर दर्द का कारण बन रही है। मासिक धर्म और गर्भावस्था के दौरान महिलाओं में कमर दर्द अधिक आम है।१. गेहूं की चपाती और तिल का तेल। कमर दर्द के इलाज के लिए बस एक तरफ गेहूं की चपाती बेक कर लें। दूसरी तरफ कच्चा छोड़ दें। अब रात को सोते समय चपाती के कच्चे हिस्से पर तिल का तेल लगाएं। इस चपाती को कमर के दर्द वाले हिस्से पर बांधकर सो जाएं.सुबह उठेंगे तो पाएंगे कि कमर का दर्द दूर हो गया है. इस क्रिया को तब तक करें जब तक कि कमर दर्द हमेशा के लिए ठीक न हो जाए।२. सरसों का तेल और लहसुन। एक लोहे की कड़ाही में 2 से 3 बड़े चम्मच सरसों का तेल ओर लहसुन की 2-3 कलियों के साथ गरम करें। तेल और लहसुन को तब तक गर्म करें जब तक कि लहसुन की कलियां काली न हो जाएं या पूरी तरह जल न जाएं। तेल को एक छलनी से छान लें और थोड़ा ठंडा होने तक प्रतीक्षा करें। इस तेल से अपनी पीठ की मालिश करें, कमर दर्द का यह घरेलू उपाय प्राकृतिक रूप से काम करता है। यह उपाय जोड़ों के दर्द के लिए भी उपयोगी है।३. अदरक ताजा अदरक को बारीक पेस्ट बना लें। पेस्ट को कमर के प्रभावित हिस्से पर अच्छे से लगाएं, पेस्ट के सूखने तक इंतजार करें। एक साफ कपडा ले और उसे गरम पाणी से भीगो ले आब पानी को नीचोड दे ओर इस कपडे से अदरक के पेस्ट को अच्छी तरह से पोंछ लें, कमर दर्द से पीड़ित लोग इस उपाय को सप्ताह में एक या अधिक बार कर सकते हैं।४. हर्बल तेल। हर्बल तेल से कमर की मालिश करने से मांसपेशियों को आराम मिलता है और दर्द कम होता है। आप नीलगिरी का तेल, बादाम का तेल, जैतून का तेल या सरसो का तेल जैसे किसी भी हर्बल तेल का उपयोग कर सकते हैं। सबसे पहले तेल को हल्का गर्म करें और फिर दर्द वाली जगह पर धीरे-धीरे मालिश करें। यह उपाय महिलाओं के कमर दर्द को ठीक करता है।५. नींबू और नमक। नीबू के रस में एक चुटकी या दो चुटकी नमक मिला लें, इस नींबू और नमक के मिश्रण को दिन में दो बार पियें।६. कपूर और नारियल का तेल। 4 से 5 कपूर के गोली लेकर नारियल के तेल में उबाल लें। उबलने के बाद तेल को छान कर एक बोतल में रख लें। कमर दर्द का घर पर इलाज करने के लिए हफ्ते में दो बार पीठ की मालिश करें, कमर दर्द का यह घरेलू उपाय जोड़ों के दर्द को ठीक करने में भी मददगार है।७. आर्थ्राज़ेक्स (Arthrazex) मरहम। यह न केवल एक दर्द निवारक है, यह शरीर को "पुनर्जीवित" करता है। यह क्षतिग्रस्त कोशिकाओं को जल्दी से बहाल करता है, दर्द के कारण को दूर करता है और कमर और रीढ़ की हड्डी को उनकी मूल स्थिति में पुनर्स्थापित करता है। न केवल आपको लक्षणों से छुटकारा मिलता है, बल्की आर्थ्रेक्स कमर दर्द को जड़ से ठीक करता है। प्रयोग के पहले दिन से ही आर्थ्राजेक्स शरीर में काम करणे लगता है और दर्द से राहत देता है। इस उपाय का उपयोग औसतन दो से तीन सप्ताह तक करना चाहिए जब तक कि सभी लक्षण गायब न हो जाएं। (Arthrazex मरहम दुकानों में उपलब्ध नहीं है। इसे Arthrazex ऑफिसियाल वेबसाइट से मंगवाना होगा। मैं टिप्पणी में Arthrazex ऑफिसियाल वेबसाइट लिंक प्रदान कर रहा हूं)८. नीलगिरी का तेल। एक बाल्टी गर्म पानी में नीलगिरी के तेल की कुछ बूंदों को मिलाकर नहाने से कमर दर्द से राहत मिलती है। कमर दर्द का यह घरेलू उपाय आपके पूरे शरीर को आराम देता है और सभी दर्द से राहत देता है।९. तुलसी। एक कप पानी में 8-10 तुलसी के पत्ते डालकर तब तक उबालें जब तक कि पानी आधा ना हो जाए। ठंडा होने के बाद इसमें एक चुटकी नमक मिलाएं और इसे रोजाना पिएं। इससे कमर दर्द से लंबे समय तक राहत मिलेगी।यह उपाय आज ही करें। जानकारी अच्छी लगे तो सपोर्ट करें और अपने दोस्तों के साथ शेयर करें।धन्यवाद

🚩🪴स्वास्थ्य घरेलू नुस्खे🪴🚩         कमर दर्द कैसे दूर करें? By वनिता कासनियां पंजाब कारण जो भी हो, ये घरेलू नुस्खे कमर दर्द को दूर कर देंगे। चाहे वह कमर दर्द हो या पीठ के निचले हिस्से में दर्द (रीढ़ के निचले हिस्से में दर्द) या कमर के ऊपरी हिस्से में दर्द। इस दर्द से लोग काफी परेशान हैं. बहुत से लोग सोचते हैं कि कमर दर्द या पीठ दर्द केवल बुढ़ापे के साथ होता है, लेकिन यह सच नहीं है। यह किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकता है। आज की बदलती जीवनशैली कमर दर्द का कारण बन रही है। मासिक धर्म और गर्भावस्था के दौरान महिलाओं में कमर दर्द अधिक आम है। १.  गेहूं की चपाती और तिल का तेल।  कमर दर्द के इलाज के लिए बस एक तरफ गेहूं की चपाती बेक कर लें। दूसरी तरफ कच्चा छोड़ दें। अब रात को सोते समय चपाती के कच्चे हिस्से पर तिल का तेल लगाएं। इस चपाती को कमर के दर्द वाले हिस्से पर बांधकर सो जाएं.सुबह उठेंगे तो पाएंगे कि कमर का दर्द दूर हो गया है. इस क्रिया को तब तक करें जब तक कि कमर दर्द हमेशा के लिए ठीक न हो जाए। २.  सरसों का तेल और लहसुन।  एक लोहे की कड़ाही में 2 से 3...
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लगभग बहुत लोगों को पता होगा लेकिन फिर भी मै कुछ कहना चाहती हूं.ये एक प्रकार का योग ही है जिससे 100% आराम मिलता है । जिसे साधारण भाषा में हाथों का योग कह सकते है ।By फिजियो थेरेपी पंजाबअगर आपको अच्छी नींद नहीं आती है तो आप अपनी हथेली की सबसे छोटी उंगली के नीचे प्रेशर दे आपको आराम मिलेगा। अच्छी नींद से मतलब है थके होने के बाद भी नींद ना आना और रात में बार बार उठना।अगर आपने कुछ ज्यादा ही खा लिया है और हाज़मे में दिक्कत आ रही है पेट फूल जाता है तो हमे अपने कलाई के पास हल्के हाथो से मसाज करना चाहिए इससे हाजमे में मदद मिलती हैअगर हमारे हाथो में हल्की सूजन होती है तो हमे अपने कलाई के उपरी भाग को हल्के हाथो से मसाज करना चाहिए इसमें भी बहुत हद तक राहत मिलती हैआज कल गैस की प्रॉब्लम भी एक आम बात हो गई है छोटे बच्चे में भी गैस कि समस्या देखी गई है उसके बचने के लिए हमें अपने हथेली में अंगूठे के नीचे मसाज करना चाहिएअगर सर दर्द है तो अपने ललाट के बीच में गोल गोल घुमाते हुए मसाज करना चाहिएहमारे शरीर के आंतरिक भाग अच्छे से अपना काम करते रहे उसके लिए हमें कमर के पास दोनों तरफ हल्के हाथो से मसाज करना चाहिएआज के लिए बस इतना ही।मुझे उम्मीद है आपको ये पढ़कर अच्छा लगेगा ।एडिट 1 - ओ माय गॉड 😘 मेरा पहला उत्तर जिसे +500 अपवोट और +20 हज़ार व्यूज मिला है।एडिट 2- हिपिप 🤘🤘 💪💪 आप लोग अंदाजा भी नहीं लगा सकते मै कितनी खुश हूं +40 हज़ार व्यूज और +1 हज़ार अपवोट 😍😍आप सभी का दिल से बहुत बहुत शुक्रिया…!! 😍93.7 हज़ार बार देखा गया 2.1 हज़ार अपवोट 137 शेयर

लगभग बहुत लोगों को पता होगा लेकिन फिर भी मै कुछ कहना चाहती हूं. ये एक प्रकार का योग ही है जिससे 100% आराम मिलता है । जिसे साधारण भाषा में हाथों का योग कह सकते है । By  फिजियो थेरेपी पंजाब अगर आपको अच्छी नींद नहीं आती है तो आप अपनी हथेली की सबसे छोटी उंगली के नीचे प्रेशर दे आपको आराम मिलेगा। अच्छी नींद से मतलब है थके होने के बाद भी नींद ना आना और रात में बार बार उठना। अगर आपने कुछ ज्यादा ही खा लिया है और हाज़मे में दिक्कत आ रही है पेट फूल जाता है तो हमे अपने कलाई के पास हल्के हाथो से मसाज करना चाहिए इससे हाजमे में मदद मिलती है अगर हमारे हाथो में हल्की सूजन होती है तो हमे अपने कलाई के उपरी भाग को हल्के हाथो से मसाज करना चाहिए इसमें भी बहुत हद तक राहत मिलती है आज कल गैस की प्रॉब्लम भी एक आम बात हो गई है छोटे बच्चे में भी गैस कि समस्या देखी गई है उसके बचने के लिए हमें अपने हथेली में अंगूठे के नीचे मसाज करना चाहिए अगर सर दर्द है तो अपने ललाट के बीच में गोल गोल घुमाते हुए मसाज करना चाहिए हमारे शरीर के आंतरिक भाग अच्छे से अपना काम करते रहे उसके लिए हमें कमर के पास दोनों तरफ हल्के हाथो से ...

फिजियो थेरेपी के फायदे क्या है ? By वनिता कासनियां पंजाब ऐठन को दूर करता है।फंक्शनल टेस्टिंग की सहायता से मरीज का आकलन किया जाता है।मरीजों का शरीर का सही से बदलाव करने के लिए यह प्रक्रिया करवाया जाता है।डिवाइस प्रोविसिओं की मदद से सुरक्षा व सहायता करना होता है।इलेक्ट्रिकल नर्व स्टिमुलेशन को कम मात्रा में करंट को अंग को छोड़ा जाता है। यह संकेतो को दबाने में सहायता करता है।फिजियोथेरेपी के फायदे क्या है ?(Physiotherapy Ke Fayde Kya Hai in Hindi)फिजियोथेरेपी के व्यापक दायरे के माध्यम से जनता को कई लाभ उपलब्ध हैं। पेशे से शिशुओं, बच्चों, वयस्कों और जराचिकित्सा आबादी के बीच आर्थोपेडिक, न्यूरोलॉजिकल और कार्डियोपल्मोनरी समस्याओं को संबोधित करता है।कई फिजियोथेरेपिस्ट निजी अभ्यास में परामर्श करते हैं और हम कई तरह की स्थितियों का इलाज करते हैं। हड्डी रोग के मामले (इसमें खेल की चोटें, फ्रैक्चर, रीढ़ की हड्डी में दर्द और कुछ का नाम लेने के लिए सिरदर्द) सबसे आम प्रकार के मरीज़ हैं जिनका हम नैदानिक सेटिंग में इलाज करते हैं।फिजियोथेरेपी उपचार में ताकत, गति और धीरज की सीमा को सुधारने और पोस्टुरल और मांसपेशियों के असंतुलन, संयुक्त लामबंदी, हेरफेर और नरम ऊतक की मालिश को ठीक करनेके लिए चिकित्सीय व्यायाम शामिल हो सकता है, साथ ही कठोरता को कम करने और दर्द से राहत के लिए स्ट्रेचिंग और ट्रिगर पॉइंट थेरेपी भी हो सकती है। (और पढ़े – विटामिन डी की कमी)फिजियोथेरेपी उपचार के साथ स्ट्रोक, मल्टीपल स्केलेरोसिस, पार्किंसंस रोग, सेरेब्रल पाल्सी और रीढ़ की हड्डी की चोट जैसे न्यूरोलॉजिकल विकारों वाले मरीजों को बहुत फायदा हो सकता है। हस्तक्षेप मांसपेशियों के पुन: शिक्षा और नियंत्रण पर ध्यान केंद्रित करते हैं, ठीक और सकल मोटर कौशल का पुनर्वास, दैनिक कार्य में सुधार, शक्ति और लचीलेपन को पुन: प्राप्त करना, सुरक्षित स्थानान्तरण प्रदर्शन करने के लिए सीखने, गतिशीलता को बहाल करने और चालन एड्स के उपयोग में प्रशिक्षण।सेरेब्रल पाल्सी से पीड़ित बच्चों के लिए, फिजियोथैरेपी स्पस्टिसिटी और विकृति को कम करने में मदद करने, पोस्टुरल कंट्रोल में सुधार करने, बच्चों को सिखाने के लिए सहायक उपकरणों का उपयोग करने और बच्चे की कार्यात्मक स्वतंत्रता को अधिकतम करने के लिए आवश्यक सभी काम करने के लिए आवश्यक है। हम परिवार को भी शिक्षित करेंगे ताकि वे उपचार के दौरान बच्चे को जो सीखा है उसे ले जाने में मदद कर सकें।कार्डियोपल्मोनरी स्थिति फिजियोथेरेपी हस्तक्षेप के लिए अच्छी तरह से प्रतिक्रिया करती है। जिन रोगियों को दैनिक जीवन की अपनी गतिविधियों को करने में कठिनाई होती है, या जिनके पास सांस की तकलीफ है और धीरज में कमी है, वे निर्देशित व्यायाम और प्रतिरोध प्रशिक्षण के माध्यम से जीवन की गुणवत्ता में उल्लेखनीय सुधार कर सकते हैं।फिजियोथेरेपी के नुकसान क्या है ? (Physiotherapy Ke Nuksaan Kya Hai in Hindi)फिजियोथेरेपी के फायदे तो कई है, लेकिन कुछ निम्न नुकसान भी होते है।थेरेपी करते समय मरीज को दर्द का सामना करना पड़ता है। इसके लिए दर्द निवारक कुछ दवाई देते है।शरीर में सूजन आ जाता है। यह सामान्य होता है क्योंकि यह अस्थि-मज्जा के सम्बन्ध को खिचाव करता है। इसके अलावा कोई गंभीर नुकसान नहीं है।अगर आपको फिजियोथेरेपी के बारे में अधिक जानकारी एव उपचार करवाना हो, तो वनिता कासनियां पंजाब से संपर्क करें।

फिजियो थेरेपी के फायदे क्या है ? By वनिता कासनियां पंजाब ऐठन को दूर करता है। फंक्शनल टेस्टिंग की सहायता से मरीज का आकलन किया जाता है। मरीजों का शरीर का सही से बदलाव करने के लिए यह प्रक्रिया करवाया जाता है। डिवाइस प्रोविसिओं की मदद से सुरक्षा व सहायता करना होता है। इलेक्ट्रिकल नर्व स्टिमुलेशन को कम मात्रा में करंट को अंग को छोड़ा जाता है। यह संकेतो को दबाने में सहायता करता है। फिजियोथेरेपी के फायदे क्या है ? (Physiotherapy Ke Fayde Kya Hai in Hindi) फिजियोथेरेपी के व्यापक दायरे के माध्यम से जनता को कई लाभ उपलब्ध हैं। पेशे से शिशुओं, बच्चों, वयस्कों और जराचिकित्सा आबादी के बीच आर्थोपेडिक, न्यूरोलॉजिकल और कार्डियोपल्मोनरी समस्याओं को संबोधित करता है। कई फिजियोथेरेपिस्ट निजी अभ्यास में परामर्श करते हैं और हम कई तरह की स्थितियों का इलाज करते हैं। हड्डी रोग के मामले (इसमें खेल की चोटें, फ्रैक्चर, रीढ़ की हड्डी में दर्द और कुछ का नाम लेने के लिए सिरदर्द) सबसे आम प्रकार के मरीज़ हैं जिनका हम नैदानिक सेटिंग में इलाज करते हैं। फिजियोथेरेपी उपचार में ताकत, गति और धीरज की सीमा को सुधारन...

20 साल पुराना जोड़ का दर्द के कैसे ठीक करें? By वनिता कासनियां पंजाब जोड़ों में सूजन, दर्द आम दौर पे बुजुर्गों में अधिक पाया जाता है लेकिन आजकल युवाओं, बच्चों में भी यह पाया जा रहा है I पुरुषों के मुकाबले महिलाओं में इसका प्रमाण ज्यादा होता है Iभारत में करीब १५ प्रतिशत याने लगभग 18 करोड़ लोग आर्थराइटिस याने जोड़ों के दर्द से पीड़ित हैं I एक अध्ययन में पाया गया है कि देश में आर्थराइटिस से जुड़े मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही रही है Iइलाजसंतुलित आहार, जीवनशैली में योग्य बदलाव, वजन नियंत्रित रखना इसके लिए जरूरी है lकुछ आसान उपाय काफी मदत कर सकते है l१. रसोई में पायी जानेवाली मसालों की चीजे दर्द कम करने में असरदार होती है Iमेथी दाना, सौंठ और हल्दी बराबर मात्रा में मिला कर तवे या कढ़ाई में भून कर पीस लें। रोजाना एक चम्मच चूर्ण सुबह-शाम भोजन करने के बाद गर्म पानी के साथ लें।सर्दियों में मेथी के लड्डू बनाकर खाना फायदेमंद है I२. रोज सुबह खाली पेट एक चम्मच मेथी के पिसे दानों में एक ग्राम कलौंजी मिलाकर गुनगुने पानी के साथ लें। दोपहर और रात में खाना खाने के बाद आधा-आधा चम्मच लेने से जोड़ मजबूत होंगे और किसी प्रकार का दर्द नहीं होगा।३. हल्दी को एक अच्छे दर्द निवारक के रूप में जाना जाता है Iयह एंटी इंफ्लेमेटरी, एंटी ऑक्सीडेंट होने कारण जोड़ों के दर्द, सूजन को कम करने में अत्यंत उपयुक्त है Iआधा चम्मच हल्दी का पाउडर शहद के साथ लेना या एक गिलास गर्म दूध में एक चम्मच हल्दी मिलाकर रोजाना पीना घुटनों के दर्द को कम करने में उपयुक्त है I४. अदरक दर्दनिवारक, एंटी इंफ्लेमेटरी , एंटी ऑक्सीडेंट आदि औषधीय गुणों से युक्त होने के साथ ही रक्त संचार को भी तेज करता है Iपानी में अदरक उबालें और ठंडा करके इसमें शहद मिलाएं। और दिन में ३ बार इस चाय को पिएं।प्रभावित हिस्से की अदरक के तेल से मसाज भी आराम मिलेगा।मसाज और सिकाईघुटने के दर्द और सूजन को कम करने के लिए बाह्य उपचार जैसे मसाज, सिकाई बहोत असरदार होते है Iमालिश से रक्तसंचरण बढ़ता है, मांसपेशियां, टेंडॉन्स रिलैक्स होते है जिससे दर्द कम होने में मदत मिलती है lनारियल, जैतून, सरसों या लहसुन के तेल से जोड़ों की मालिश करें। हल्के हाथों से दबाव देते हुए दर्द वाले हिस्से को मलें।१. कपड़े को गर्म पानी में भिगोकर बनाए पैड से सिंकाई करने से घुटने के दर्द में आराम मिलता है।२. सरसों का तेल घुटने और जोड़ों के दर्द के लिए काफी फायदेमंद है I दो चम्मच सरसों के तेल में ३-४ लहसुन कलियां पीसकर डाले और अच्छे से पका ले I छानकर, गुनगुना रहने पर इस तेल से घुटने की सुबह शाम दो बार मालिश करे Iआयुर्वेद में निर्गुन्डी, गुग्गुलु, शल्लकी, हरिद्रा, गोखरू, त्रिफला, देवदार, दशमूल, आदि औषधीय अपने दर्दनिवारक, वातशामक गुणों के कारण सन्धिवात या आर्थराइटिस में इस्तमाल की जाती है l इनसे बने योगराज गुग्गुलु, पुनर्नवा गुग्गुलु, महारास्नादि काढ़ा, वात विध्वंस रस, महानारायण तेल आदि योग काफी प्रभावी है l लेकिन उचित वैद्यकीय सलाह लेकर ही इनका प्रयोग करे lडॉ वैद्याज का Arthritis Pack, जोड़ों के दर्द, सूजन को कम करने का आयुर्वेदिक और सुरक्षित उपाय है I इसमें संधिवती टेबलेट, रुमॉक्स बाम, निर्गुंडी जॉइंट गार्ड तेल और हर्बोफिट कैप्सूल यह चार औषधीया शामिल है I इसके नियमित उपयोग से दर्द, सूजन कम हो कर घुटनों की समस्याओं में राहत मिलती है lपंचकर्मआयुर्वेद में वर्णित बस्ति चिकित्सा वात दोष के कारण होनेवाले जोड़ों के दर्द जैसे विकारों में उपयुक्त है। इस में औषधि सिद्ध तेल जैसे - सहचर, क्षीरबला तेल या तिल तेल और दशमूल काढ़ा इन का एनीमा दिया जाता है।जानु बस्ती - इस में रोगी को पीठ के बल लेटाकर घुटनों के उपर उड़द दाल के आटे से एक रिंग बनाई जाती है। इस में गुनगुना औषधि तेल डालकर रखा जाता है। तेल ठंडा होने पर दोबारा उसे गर्म तेल से बदल देते है। ३० से ४० मिनट तक इस उपक्रम को किया जाता है।जानु बस्ती से घुटनों का दर्द, जखडन और सूजन कम होकर उन में लचीलापन बढ़ता है। खासकर पुराने दर्द में यह कारगर होता है।आयुर्वेद चिकित्सक से परामर्श ले कर इन का उपयोग करे।औषधियों के साथ भोजन और जीवनशैली में बदलाव भी जरूरी हैभोजन में दालचीनी, जीरा, अदरक और हल्दी का उपयोग ज्यादा से ज्यादा करें। गर्म तासीर वाले इन पदार्थों के सेवन से घुटनों की सूजन और दर्द कम होता है।विभिन्न प्रकार के फल और सब्जियां जो फाइटोन्यूट्रिएंट्स से भरपूर हो और जिनमें विटामिन सी, डी, और ई और सेलेनियम जैसे सूजन से लड़ने वाले एंटीऑक्सिडेंट शामिल हैं।जोड़ों को गतिविधि बनाए रखने के लिए व्यायाम करना कुछ लोगों में घुटने के दर्द को कम करता है। आर्थराइटिस से पीड़ित लोगों के लिए, पैर

  20 साल पुराना जोड़ का दर्द के कैसे ठीक करें?  By वनिता कासनियां पंजाब जोड़ों में सूजन, दर्द आम दौर पे बुजुर्गों में अधिक पाया जाता है लेकिन आजकल युवाओं, बच्चों में भी यह पाया जा रहा है I पुरुषों के मुकाबले महिलाओं में इसका प्रमाण ज्यादा होता है Iभारत में करीब १५ प्रतिशत याने लगभग 18 करोड़ लोग आर्थराइटिस याने जोड़ों के दर्द से पीड़ित हैं I एक अध्ययन में पाया गया है कि देश में आर्थराइटिस से जुड़े मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही रही है I इलाज संतुलित आहार, जीवनशैली में योग्य बदलाव, वजन नियंत्रित रखना इसके लिए जरूरी है l कुछ आसान उपाय काफी मदत कर सकते है l १. रसोई में पायी जानेवाली मसालों की चीजे दर्द कम करने में असरदार होती है I मेथी दाना, सौंठ और हल्दी बराबर मात्रा में मिला कर तवे या कढ़ाई में भून कर पीस लें। रोजाना एक चम्मच चूर्ण सुबह-शाम भोजन करने के बाद गर्म पानी के साथ लें। सर्दियों में मेथी के लड्डू बनाकर खाना फायदेमंद है I २. रोज सुबह खाली पेट एक चम्मच मेथी के पिसे दानों में एक ग्राम कलौंजी मिलाकर गुनगुने पानी के साथ लें। दोपहर और रात में खाना खाने के बाद आधा-आधा चम्...

क्या आप मानव शरीर के बारे में कुछ ऐसी बातें बता सकते हैं जिसे सुनकर हम हैरान हो जाए?वनिता कासनियां पंजाब द्वाराआज मैं आपको बताऊंगी 🗣️ मानव शरीर🩸 के बारे में कुछ सच जिसे जानकर आप हैरान🤯 हो जाएंगे 2 मिनट निकालकर इसे जरूर पढ़ें :—हमारा शरीर हर सेकंड 2.5 करोड़ नई कोशिकाएं🦠 बनाता है. साथ ही, हर दिन 200 अरब से ज्यादा रक्त कोशिकाओं🩸 का निर्माण करता है. हर वत्त शरीर में 2500 अरब रक्त कोशिकाएं मौजूद होती हैं. एक बूंद खून में 25 करोड़ कोशिकाएं होती हैं।🤎सारे कैमरे📹 और दूरबीने फेल इंसान की आंख एक करोड़ रंगों में बारीक से बारीक🐞 अंतर पहचान सकती है. फिलहाल दुनिया में ऐसी कोई मशीन नहीं है जो इसका मुकाबला कर सके।💛जबरदस्त फेफडे हमारे फेफड़े हर दिन 20 लाख लीटर हव🌬️ को फिल्टर करते हैं. हमें इस बात की भनक भी नहीं लगती😳. फेफड़ों को अगर खींचा जाए तो यह टेनिस कोर्ट के एक हिस्से को ढंक देंगे।🤎मनुष्य का खून🩸 हर दिन शरीर में 1,92,000KM का सफर करता है.👣 हमारे शरीर में औसतन 5.6 लीटर खून होता है जो हर 20 सेकेंड में एक बार पूरे शरीर में चक्कर काट लेता है।🧡एक स्वस्थ इंसान ❤️ का हृदय हर दिन 1,00,000 बार धड़कता है. साल भर में यह 3 करोड़ से ज्यादा बार धड़क चुका होता है. दिल का पपम्पिंग 🪐 प्रेशर इतना तेज होता है कि वह खून को 30 फुट ऊपर उछाल सकता है।💚यह कुछ मानव🧍 शरीर के बारे में कुछ सच है जो बहुत कम लोग जानते हैं क्या आप पहले इनके बारे में जानते थे।🤔आपको यह मेरी पोस्ट कैसी लगी कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।🗯️💭मैं आशा करती हूं कि आप को यह मेरी पोस्ट पसंद आई होगी।🧡😇अगर आपको यह मेरी पोस्ट पसंद आई है तो इसे अपवोट करना और मुझे फॉलो करना ना भूलें।⬆️💌मेरी पोस्ट को पढ़ने के लिए आपका तहे दिल से धन्यवाद।❤️🙏अगर आप इस डिजिटल युग में घर बैठे (पार्ट टाइम) ऑनलाइन बिजनेस सीखना और करना चाहते हैं तो आप मुझे मेरे व्हाट्सएप पर मैसेज कर सकते हैं:—WhatsApp number:— 9877264170💬💬आपका धन्यवाद।।🙏❤️

क्या आप मानव शरीर के बारे में कुछ ऐसी बातें बता सकते हैं जिसे सुनकर हम हैरान हो जाए? वनिता कासनियां पंजाब द्वारा आज मैं आपको बताऊंगी 🗣️ मानव शरीर🩸 के बारे में कुछ सच जिसे जानकर आप हैरान🤯 हो जाएंगे 2 मिनट निकालकर इसे जरूर पढ़ें :— हमारा शरीर हर सेकंड 2.5 करोड़ नई कोशिकाएं🦠 बनाता है. साथ ही, हर दिन 200 अरब से ज्यादा रक्त कोशिकाओं🩸 का निर्माण करता है. हर वत्त शरीर में 2500 अरब रक्त कोशिकाएं मौजूद होती हैं. एक बूंद खून में 25 करोड़ कोशिकाएं होती हैं।🤎 सारे कैमरे📹 और दूरबीने फेल इंसान की आंख एक करोड़ रंगों में बारीक से बारीक🐞 अंतर पहचान सकती है. फिलहाल दुनिया में ऐसी कोई मशीन नहीं है जो इसका मुकाबला कर सके।💛 जबरदस्त फेफडे हमारे फेफड़े हर दिन 20 लाख लीटर हव🌬️ को फिल्टर करते हैं. हमें इस बात की भनक भी नहीं लगती😳. फेफड़ों को अगर खींचा जाए तो यह टेनिस कोर्ट के एक हिस्से को ढंक देंगे।🤎 मनुष्य का खून🩸 हर दिन शरीर में 1,92,000KM का सफर करता है.👣 हमारे शरीर में औसतन 5.6 लीटर खून होता है जो हर 20 सेकेंड में एक बार पूरे शरीर में चक्कर काट लेता है।🧡 एक स्वस्थ इंसान ❤️ का हृदय हर दिन 1,0...

साइकोलॉजी के अनुसार दिमाग से जुड़ी हुई कुछ अहम बातें क्या हैं? By वनिता कासनियां पंजाब साइकोलॉजी के अनुसार रात में सोते वक्त कई बार हमारी आंखें अपने आप खुलती और बंद होती रहती हैं यह तभी होता है जब हम किसी बात से बहुत ज्यादा परेशान होते हैंसोते-सोते अचानक नींद खुल जाना यह दिखाता है कि आपने जरूर कुछ नया प्लान किया हुआ है और आपको वह काम जल्दी खत्म कर लेना चाहिए यह संकेत होता हैअगर आप सोते वक्त अपना हाथ अपने दिल पर रखकर व सीधे पीठ के बल लेट करें सोते हैं तो ऐसी स्थिति में आपको बहुत ही डरावनी सपने आ सकते हैंरात को लिया गया निर्णय हमेशा सच होता है कभी रात में लिए गए निर्णय पसंद है मत करना क्योंकि रात को हमारा दिमाग बहुत शांत होकर सोचता हैरात में सोते वक्त अगर हमारी नींद अचानक टूट जाती है तो। बहुत मुश्किल है कि हैं की आप अब दोबारा सो पाएंगे यह स्थिति उन लोगों के साथ होती है। जो बहुत परेशान होकर सोए हो।अपने विपरीत बिना परेशानी के सोए हुए व्यक्ति की अचानक किसी कारणवश नींद टूट जाने उपरांत अगर मैं सोने की कोशिश करता है तो नींद उसे पहले के मुकाबले और भी गहरी आएगीजब कोई इंसान हमें धोखे में रखता है और अचानक हमें सच का पता चलता है ऐसी स्थिति में हमारा दिल बहुत तेजी से धड़कने लगता है कई बार लोगों की मौत भी हुईअगर आप अपने अवचेतन मन में यह डालते हैं कि आपको बस 3 घंटे बाद उठना भले ही आप 2 दिन से सोए ना हो लेकिन 3 घंटे के बाद तरोताजा फील करते हुए आप नींद से उठ जाएंगेसाइकोलॉजी कहता है कि आप जितना ज्यादा साइकोलॉजी जानते हैं आपके सक्सेस होने के चांस 70% बढ़ जाते हैं जिससे आप अपने मनपसंद कामों को जल्दी बुला कर सकते हैं

साइकोलॉजी के अनुसार दिमाग से जुड़ी हुई कुछ अहम बातें क्या हैं? By वनिता कासनियां पंजाब साइकोलॉजी के अनुसार रात में सोते वक्त कई बार हमारी आंखें अपने आप खुलती और बंद होती रहती हैं यह तभी होता है जब हम किसी बात से बहुत ज्यादा परेशान होते हैं सोते-सोते अचानक नींद खुल जाना यह दिखाता है कि आपने जरूर कुछ नया प्लान किया हुआ है और आपको वह काम जल्दी खत्म कर लेना चाहिए यह संकेत होता है अगर आप सोते वक्त अपना हाथ अपने दिल पर रखकर व सीधे पीठ के बल लेट करें सोते हैं तो ऐसी स्थिति में आपको बहुत ही डरावनी सपने आ सकते हैं रात को लिया गया निर्णय हमेशा सच होता है कभी रात में लिए गए निर्णय पसंद है मत करना क्योंकि रात को हमारा दिमाग बहुत शांत होकर सोचता है रात में सोते वक्त अगर हमारी नींद अचानक टूट जाती है तो। बहुत मुश्किल है कि हैं की आप अब दोबारा सो पाएंगे यह स्थिति उन लोगों के साथ होती है। जो बहुत परेशान होकर सोए हो। अपने विपरीत बिना परेशानी के सोए हुए व्यक्ति की अचानक किसी कारणवश नींद टूट जाने उपरांत अगर मैं सोने की कोशिश करता है तो नींद उसे पहले के मुकाबले और भी गहरी आएगी जब कोई इंसान हमें धोखे में रख...

मानव मस्तिष्क कैसा दिखता है? By वनिता कासनियां पंजाब मानव मस्तिष्क, एक अविश्वसनीय "मशीनरी" है, जिसके बारे में आज तक हम बहुत कम जानते हैं कि यह कैसे काम करता है। मानव मस्तिष्क सेरेब्रल कॉर्टेक्स से घिरे एक गहरे सफेद पदार्थ में अवस्थित होता है, इसके अधिकांश कार्य बेहतर और जटिल होते हैं।एक विस्तारित सेरेब्रल कॉर्टेक्स लगभग 2 वर्ग मीटर (आकार का बुद्धि से कोई संबंध नहीं है) का होता है, यही कारण है कि एक हड्डी बॉक्स (खोपड़ी) के भीतर उसको सुरक्षित रखने के लिए इसे फोल्ड या कनवल्शन के रूप में व्यवस्थित किया गया है।क्या आप एक और दिलचस्प तथ्य जानना चाहते हैं?मस्तिष्क के ऊतकों के प्रति वर्ग सेंटीमीटर में कई किलोमीटर सूक्ष्म केशिकाएं होती हैं।मानव मस्तिष्क कैसा दिखता है, इसकी एक तस्वीर संलग्न है।जानकारी कैसी लगी? टिप्पणी करके बताएं!

मानव मस्तिष्क कैसा दिखता है? By वनिता कासनियां पंजाब मानव मस्तिष्क, एक अविश्वसनीय "मशीनरी" है, जिसके बारे में आज तक हम बहुत कम जानते हैं कि यह कैसे काम करता है। मानव मस्तिष्क सेरेब्रल कॉर्टेक्स से घिरे एक गहरे सफेद पदार्थ में अवस्थित होता है, इसके अधिकांश कार्य बेहतर और जटिल होते हैं। एक विस्तारित सेरेब्रल कॉर्टेक्स लगभग 2 वर्ग मीटर (आकार का बुद्धि से कोई संबंध नहीं है) का होता है, यही कारण है कि एक हड्डी बॉक्स (खोपड़ी) के भीतर उसको सुरक्षित रखने के लिए इसे फोल्ड या कनवल्शन के रूप में व्यवस्थित किया गया है। क्या आप एक और दिलचस्प तथ्य जानना चाहते हैं? मस्तिष्क के ऊतकों के प्रति वर्ग सेंटीमीटर में कई किलोमीटर सूक्ष्म केशिकाएं होती हैं। मानव मस्तिष्क कैसा दिखता है, इसकी एक तस्वीर संलग्न है। जानकारी कैसी लगी? टिप्पणी करके बताएं!