Skip to main content

, फैलोपियन ट्यूब क्या है? By समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाबकिसी महिला की फैलोपियन ट्यब्स यानि नलियों में किसी तरह का विकार है तो गर्भधारण में समस्या आती है क्योंकि गर्भधारण की प्राथमिक प्रक्रिया यहीं पर होती है।महिलाओं में गर्भधारण नहीं होने के बड़े कारणों में से प्रमुख है ट्यूब का ब्लॉक होना। क्या है ट्यूब्स और उसके कार्य - औरत के शरीर में अण्डाशय (ओवरी) और बच्चेदानी (यूट्रस) को जोड़ने के लिए (यूट्रस) के दोनों तरफ ट्यूब होती हैं।गर्भधारण के लिए महिला की ओवरी से एक परिपक्व अंडा निकलकर इन ट्यूब में आता है जहाँ वह पुरुष के शुक्राणु के साथ फर्टिलाइज होकर भ्रूण बन जाता है तथा इन टयूब्स के माध्यम से यूट्रस में आकर चिपक जाता है।भ्रूण द्वारा यूट्रस में आकर चिपकने की यह प्रक्रिया गर्भधारण कहलाती है। ट्यूब ब्लॉक या खराब होने के कई कारण होते हैं जिनमें से मुख्यतः ट्यूब में पानी भरना,पेल्विक इंफ्लेमेट्री डिजीज, इंफेक्शन होना, चोट के कारण नुकसान होना, जन्मजात ब्लॉक होना, टी.बी. की बीमारी आदि प्रमुख हैं।फैलोपियन ट्यूब कई कारणों से बंद हो सकती है जो कि इस प्रकार है –पैल्विक संक्रमणच़़ॉकलेट शिष्टयौन संचारित रोग, जैसे कि गोनोरिया या क्लैमाइडिया ।एंडोमेट्रियोसिस, एक ऐसी स्थिति जिसके कारण गर्भाशय के बाहर गर्भ का अस्तर विकसित होता हैपेट की सर्जरी ।हाइड्रोसालपिनक्स।फैलोपियन ट्यूब ब्लॉकेज की आयुर्वेदिक दवा – Fallopian Tube ki Ayurvedic Dawaअश्वगंधागुग्गुलशतावरीजायफलगुक्षुरा

What is fallopian tube? By social worker Vanita Kasani Punjab
 If a woman has any type of disorder in the fallopian tubes, then there is a problem in pregnancy because this is the primary process of conception.

 Blockage of tubes is one of the major reasons for not having pregnancies in women. What is Tubes and its functions - There are tubes on either side of the uterus (ovary) and uterus (uterus) in the woman's body.

 A mature egg comes out of the ovary of the woman for conception and comes into these tubes where it fertilizes with the male's sperm to become an embryo and sticks to the uterus through these tubes.

 This process of the fetus coming into the uterus and sticking to it is called conception. There are many reasons for tube block or malfunction, mainly due to water filling in the tube, pelvic inflammatory disease, infection, damage due to injury, congenital block, TB. Disease etc. are prominent.


 Fallopian tubes can be closed due to several reasons which are as follows -

 Pelvic infection
 Chocolate elegant
 Sexually transmitted diseases, such as gonorrhea or chlamydia.
 Endometriosis, a condition that causes the lining of the womb to develop outside the uterus
 Abdominal surgery.
 Hydrosalpinx.
 Fallopian Tube Blockage Ayurvedic Medicine - Fallopian Tube ki Ayurvedic Dawa

 Ashwagandha
 Guggul
 Asparagus
 Nutmeg
 Buccal

Comments

Popular posts from this blog

एक्यूप्रेशर विधि के अनुसार शौच करते समय शरीर के किस पॉइंट को दबाने से पेट तुरंत साफ हो जाएगा By वनिता कासनियां पंजाब आजकल बाहर के खान-पान और खानपान की कुछ गलत आदतों के कारण बहुत से लोगों को पेट की समस्या रहती है। बहुत से लोग सुबह ,सही तरीके से पेट साफ नहीं होने से परेशान रहते है। और सुबह घंटों टॉयलेट में बैठना पड़ता है। ऐसे लोगों के लिए आज हम एक्यूप्रेशर विधि लेकर आए हैं। जिससे सुबह पेट आसानी से साफ हो जाएगा। आइए इसके बारे में जानते है। दोस्तों सुबह शौच करते समय शरीर के इस पॉइंट को दबाएं, पेट हो जाएगा तुरंत में साफ।एक्यूप्रेशर विधिएक्यूप्रेशर विधि द्वारा शरीर के किसी अंग को दबाकर रोग को दूर किया जाता है। इस विधि का उपयोग पुराने समय से किया जाता रहा है। और अनेक शारीरिक रोगों का उपचार एक्यूप्रेशर विधि से किया जाता है। जो लोग पेट की बीमारियों से परेशान रहते है। और सुबह पेट अच्छी तरह से साफ नहीं होता है। उन्हें इसके लिए एक्यूप्रेशर विधि काम में लेनी चाहिए। यह बहुत आसान विधि है।Vnita kasnia Punjabआपको कोहनी के ऊपरी भाग को 15 से 18 बार जल्दी-जल्दी दबाना है। इससे आपको थोड़ा दर्द महसूस हो सकता है। लेकिन इस विधि को आराम से करना है। और कोहनी के ऊपरी भाग को 15 से 18 बार दबाने के बाद आपका पेट इतनी जल्दी साफ हो जाएगा कि आपको पता भी नहीं चलेगा। एक्यूप्रेशर की इस विधि से पाचन तंत्र मजबूत होता है। जिससे भोजन अच्छी तरह पचता है। और पेट की बीमारियां जैसे गैस, कब्ज और एसिडिटी से छुटकारा मिलता है।

एक्यूप्रेशर विधि के अनुसार शौच करते समय शरीर के किस पॉइंट को दबाने से पेट तुरंत साफ हो जाएगा By  वनिता कासनियां पंजाब  आजकल बाहर के खान-पान और खानपान की कुछ गलत आदतों के कारण बहुत से लोगों को पेट की समस्या रहती है। बहुत से लोग सुबह सही तरीके से पेट साफ नहीं होने से परेशान रहते है। और सुबह घंटों टॉयलेट में बैठना पड़ता है। ऐसे लोगों के लिए आज हम एक्यूप्रेशर विधि लेकर आए हैं। जिससे सुबह पेट आसानी से साफ हो जाएगा। आइए इसके बारे में जानते है। दोस्तों सुबह शौच करते समय शरीर के इस पॉइंट को दबाएं, पेट हो जाएगा तुरंत में साफ। एक्यूप्रेशर विधि एक्यूप्रेशर विधि द्वारा शरीर के किसी अंग को दबाकर रोग को दूर किया जाता है। इस विधि का उपयोग पुराने समय से किया जाता रहा है। और अनेक शारीरिक रोगों का उपचार एक्यूप्रेशर विधि से किया जाता है। जो लोग पेट की बीमारियों से परेशान रहते है। और सुबह पेट अच्छी तरह से साफ नहीं होता है। उन्हें इसके लिए एक्यूप्रेशर विधि काम में लेनी चाहिए। यह बहुत आसान विधि है। Vnita kasnia Punjab आपको कोहनी के ऊपरी भाग को 15 से 18 बार जल्दी-जल्दी दबाना है। इससे आपको थोड़ा दर्द...

Press your pain point .

कमर दर्द बैक पेनकमर का दर्द बेहद तकलीफदेह होता है। दर्द के कारण व्यक्ति का चलना-फिरना और उठना बैठना तक प्रभावित होने लगता है। इसलिए कमर दर्द के कारण को समझना और समय पर उपचार करना जरूरी है। वरना ये बिस्तर पर ला सकता हैअगर ठीक समय पर इस दर्द के कारण को न समझा जाए तो ये बेहद खतरनाक भी साबित हो सकता है। इसलिए कमर दर्द को कभी भी हल्के में न लें। यदि कमर दर्द लगातार बना रहे तो इसे डॉक्टर से जरूर दिखाएं। हालांकि कुछ कमर दर्द का कारण हम खुद पैदा करते हैं। इसलिए जरूरी है कि कमर दर्द के कारणों को जाना जाएं और उससे बचने के उपाय किए जाएं।मुख्य बातेंमांसपेशियों में खिंचाव से भी कमर में दर्द होता हैगलत पॉश्चर में बैठना कमर दर्द का कारण बनता हैएक्सरसाइज करने से कमर दर्द दूर किया जा सकता हैकमर दर्द (Back Pain) कभी भी किसी को भी हो सकता है। इसके एक नहीं अनेक कारण हैं। वैसे पुरुषों के मुकाबले महिलाओं में कमर दर्द की समस्याएं ज्यादा देखने को मिलती हैं। कमर दर्द(Back Pain) की तकलीफ काफी जटिल होती है ये लोगों के रोज के कार्यों को प्रभावित करता है। कमर दर्द के कारण1- किसी वस्तु को गलत तरीके से उठाने से मासपेशियों में खिंचाव आ जाता है।2- यदि आप अपनी क्षमता से अधिक भारी सामान उठा लें।3- गलत पॉश्चर में बैठना, चलना या खड़े रहने की आदत।4- यदि आप पूरे दिन बैठे रहते हों, आपके बिस्तर का गद्दा सही न हो।5- जरूरत से ज्यादा यदि एक्सरसाइज की जाए या न कि जाए। 6- बुखार जिसमें रीढ़ की हड्डी पर फर्क पड़े। 7- प्रेग्नेंसी या फिर सी-सेक्शन होने के कारण।8- लगातार खड़े रहना या देर तक बैठे रहना।9- सोते वक्त मोटे तकिये का इस्तेमाल करना।10- दो या चार पहिया वाहन घंटों चलाना।11- कमजोर हड्डी या विटामिन डी की कमी।By बाल वनिता महिला वृद्ध आश्रम की अध्यक्ष श्रीमती वनिता कासनियां पंजाबकमर दर्द के लक्षण -1- पीठ या रीढ़ की हड्डी पर सूजन होना।2- हर वक्त कमर में तेजी से दर्द बने रहना।3- खड़े होने या बैठने में दर्द होना। 4- पीठ और कुल्हों के आसपास झनझनाहट या सुन्न पड़ जाना।5- पैरों व घुटनों तक दर्द बढ़ना।6- उठने-बैठने में भी परेशानी।शारीरिक चिकित्सा और व्यायाम – शारीरिक उपचार कमर दर्द के इलाज का आधार है। एक भौतिक चिकित्सक दर्द को कम करने के लिए आपकी कमर की मांसपेशियों और कोमल ऊतकों को विभिन्न प्रकार के उपचार, जैसे – उष्मा, अल्ट्रासाउंड, विद्युत उत्तेजना और मांसपेशी को आराम देने वाली तकनीकें अपना सकते हैं। जैसे-जैसे दर्द में सुधार होता है, चिकित्सक आपको व्यायाम सिखा सकते हैं जो आपके लचीलेपन को बढ़ा सकते हैं, कमर और पेट की मांसपेशियों को मजबूत बना सकते हैं और आपकी अवस्था में सुधार कर सकते हैं। इन तकनीकों का नियमित उपयोग दर्द की पुनरावृत्ति को रोकने में मदद कर सकता है।पीठ दर्द से बचने के लिए व्यायामनियमित व्यायाम न सिर्फ आपको पीठ दर्द से छुटकारा दिलाता है, बल्कि पुराने पीठ दर्द में भी लाभ पहुंचाता है। व्यायाम उचित ढंग से करें। गलत ढंग से किया गया व्यायाम पीठ दर्द को और बढ़ा सकता है। यह भी ध्यान रखें कि चिकित्सकीय परामर्श के बाद यह सुनिश्चित अवश्य कर लें कि आपको किस प्रकार का पीठ दर्द है और उसमें कौन-कौन से व्यायाम करना ठीक रहेगा। इसी प्रकार यदि पीठ दर्द नहीं है तो पीठ दर्द से बचे रहने के लिए भी नियमित व्यायाम लाभदायक रहते हैं।श्री वनिता कासनियां पंजाब 🌹🌹जहाँ चाह है वहाँ राह है, ,🌹🌹एक बार अपने जोड़ो, नसों मांसपेशियों के दर्द सूजन सुन्नपन, नस दबने या कमर के छल्ले सरकने,किसी भी प्रकार के ऑपरेशन या सर्जरी, दिल, दिमाग किडनी लंग्स बाईपास सर्जरी, मोच अकड़न जकड़न कमजोरी, छाती में कफ या सांस लेने में तकलीफ, हाथ पैरों कमर ओर गर्दन में कमजोरी ओर सुन्नपन में, बच्चों के हाथ पैरों में कमजोरी (Cerebral Palsy)और लकवा, फ्रैक्चर के बाद जोड़ जाम होना या कमजोर होना आदि में एक बार परामर्श जरूर लें। इससे आपको पता चलेगा कि आपकी या अन्य सदस्यों की बीमारी क्या है और उसका क्या इलाज है और उसे कैसे बढ़ने से रोका जा सकता है।।🙏🙏😊कमर दर्द बैक पेनकमर का दर्द बेहद तकलीफदेह होता है। दर्द के कारण व्यक्ति का चलना-फिरना और उठना बैठना तक प्रभावित होने लगता है। इसलिए कमर दर्द के कारण को समझना और समय पर उपचार करना जरूरी है। वरना ये बिस्तर पर ला सकता हैअगर ठीक समय पर इस दर्द के कारण को न समझा जाए तो ये बेहद खतरनाक भी साबित हो सकता है। इसलिए कमर दर्द को कभी भी हल्के में न लें। यदि कमर दर्द लगातार बना रहे तो इसे डॉक्टर से जरूर दिखाएं। हालांकि कुछ कमर दर्द का कारण हम खुद पैदा करते हैं। इसलिए जरूरी है कि कमर दर्द के कारणों को जाना जाएं और उससे बचने के उपाय किए जाएं।मुख्य बातेंमांसपेशियों में खिंचाव से भी कमर में दर्द होता हैगलत पॉश्चर में बैठना कमर दर्द का कारण बनता हैएक्सरसाइज करने से कमर दर्द दूर किया जा सकता हैकमर दर्द (Back Pain) कभी भी किसी को भी हो सकता है। इसके एक नहीं अनेक कारण हैं। वैसे पुरुषों के मुकाबले महिलाओं में कमर दर्द की समस्याएं ज्यादा देखने को मिलती हैं। कमर दर्द(Back Pain) की तकलीफ काफी जटिल होती है ये लोगों के रोज के कार्यों को प्रभावित करता है। कमर दर्द के कारण1- किसी वस्तु को गलत तरीके से उठाने से मासपेशियों में खिंचाव आ जाता है।2- यदि आप अपनी क्षमता से अधिक भारी सामान उठा लें।3- गलत पॉश्चर में बैठना, चलना या खड़े रहने की आदत।4- यदि आप पूरे दिन बैठे रहते हों, आपके बिस्तर का गद्दा सही न हो।5- जरूरत से ज्यादा यदि एक्सरसाइज की जाए या न कि जाए। 6- बुखार जिसमें रीढ़ की हड्डी पर फर्क पड़े। 7- प्रेग्नेंसी या फिर सी-सेक्शन होने के कारण।8- लगातार खड़े रहना या देर तक बैठे रहना।9- सोते वक्त मोटे तकिये का इस्तेमाल करना।10- दो या चार पहिया वाहन घंटों चलाना।11- कमजोर हड्डी या विटामिन डी की कमी।By बाल वनिता महिला वृद्ध आश्रम की अध्यक्ष श्रीमती वनिता कासनियां पंजाबकमर दर्द के लक्षण -1- पीठ या रीढ़ की हड्डी पर सूजन होना।2- हर वक्त कमर में तेजी से दर्द बने रहना।3- खड़े होने या बैठने में दर्द होना। 4- पीठ और कुल्हों के आसपास झनझनाहट या सुन्न पड़ जाना।5- पैरों व घुटनों तक दर्द बढ़ना।6- उठने-बैठने में भी परेशानी।शारीरिक चिकित्सा और व्यायाम – शारीरिक उपचार कमर दर्द के इलाज का आधार है। एक भौतिक चिकित्सक दर्द को कम करने के लिए आपकी कमर की मांसपेशियों और कोमल ऊतकों को विभिन्न प्रकार के उपचार, जैसे – उष्मा, अल्ट्रासाउंड, विद्युत उत्तेजना और मांसपेशी को आराम देने वाली तकनीकें अपना सकते हैं। जैसे-जैसे दर्द में सुधार होता है, चिकित्सक आपको व्यायाम सिखा सकते हैं जो आपके लचीलेपन को बढ़ा सकते हैं, कमर और पेट की मांसपेशियों को मजबूत बना सकते हैं और आपकी अवस्था में सुधार कर सकते हैं। इन तकनीकों का नियमित उपयोग दर्द की पुनरावृत्ति को रोकने में मदद कर सकता है।पीठ दर्द से बचने के लिए व्यायामनियमित व्यायाम न सिर्फ आपको पीठ दर्द से छुटकारा दिलाता है, बल्कि पुराने पीठ दर्द में भी लाभ पहुंचाता है। व्यायाम उचित ढंग से करें। गलत ढंग से किया गया व्यायाम पीठ दर्द को और बढ़ा सकता है। यह भी ध्यान रखें कि चिकित्सकीय परामर्श के बाद यह सुनिश्चित अवश्य कर लें कि आपको किस प्रकार का पीठ दर्द है और उसमें कौन-कौन से व्यायाम करना ठीक रहेगा। इसी प्रकार यदि पीठ दर्द नहीं है तो पीठ दर्द से बचे रहने के लिए भी नियमित व्यायाम लाभदायक रहते हैं। श्री वनिता कासनियां पंजाब🏥 पंजाब फिजियोथेरेपी एंड हेल्थ केयर सेंटर🏆👩‍⚕️

कमर दर्द बैक पेनकमर का दर्द बेहद तकलीफदेह होता है।  दर्द के कारण व्यक्ति का चलना-फिरना और उठना बैठना तक प्रभावित होने लगता है। इसलिए कमर दर्द के कारण को समझना और समय पर उपचार करना जरूरी है। वरना ये बिस्तर पर ला सकता हैअगर ठीक समय पर इस दर्द के कारण को न समझा जाए तो ये बेहद खतरनाक भी साबित हो सकता है। इसलिए कमर दर्द को कभी भी हल्के में न लें। यदि कमर दर्द लगातार बना रहे तो इसे डॉक्टर से जरूर दिखाएं। हालांकि कुछ कमर दर्द का कारण हम खुद पैदा करते हैं। इसलिए जरूरी है कि कमर दर्द के कारणों को जाना जाएं और उससे बचने के उपाय किए जाएं।मुख्य बातेंमांसपेशियों में खिंचाव से भी कमर में दर्द होता हैगलत पॉश्चर में बैठना कमर दर्द का कारण बनता हैएक्सरसाइज करने से कमर दर्द दूर किया जा सकता हैकमर दर्द (Back Pain) कभी भी किसी को भी हो सकता है। इसके एक नहीं अनेक कारण हैं। वैसे पुरुषों के मुकाबले महिलाओं में कमर दर्द की समस्याएं ज्यादा देखने को मिलती हैं। कमर दर्द(Back Pain) की तकलीफ काफी जटिल होती है ये लोगों के रोज के कार्यों को प्रभावित करता है। कमर दर्द के कारण1- किसी वस्तु को गलत तरीक...