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, Dry fruits are a treasure trove of nutrients and their regular intake helps in avoiding many diseases and keeping the body healthy. By social worker Vanita Kasaniyan Punjab is one such dry fruit raisin. Eating raisins has countless benefits to health. Dried grapes are called raisins, which are very beneficial for health. Raisins are a natural source of sugar. Eating this gives your body a lot of energy. Experts believe that eating raisins daily can help you cleanse the body from the inside, keep blood pressure control, strengthen the immune system and avoid anemia. Raisin Nutrients Raisins are found in many nutrients that are beneficial for health. It mainly contains the properties of vitamin A, vitamin B, calcium, fiber, iron, potassium and anti-oxidants. Advantages of eating soaked raisins It is believed that soaking it instead of eating dry raisins can bring many benefits to your health. It can be difficult to extract all the nutritional benefits from dry raisins at once. Therefore, when you soak them in water, you increase the bioavailability of nutrients. Benefits of eating raisins on an empty stomach in the morning Relieve acidity Many people have problems like acidity and gas. Raisins are very beneficial for them. Consuming it can relieve problems like gas acidity. Also, if you have constipation, then take raisins continuously. This can relieve you from constipation and make the digestive system strong. Relief from fatigue and weakness In today's age, fatigue due to functioning is a common practice. If you also have such problem, then you should take soaked raisins daily. This will prove to be very beneficial for you. Weakness and fatigue can be removed from the body by its use. benefits of raisin Vitamin a treasure You can soak raisins or eat it with warm water. It helps in the deficiency of Vitamin A in our body. So that the eyes benefit a lot. The light of the eyes is also sharp. Anemia is far away People who have anemia problem. Raisins and raisin water prove very beneficial for them. Iron and copper present in it removes blood loss in the body. Therefore, definitely consume it. The benefits of eating raisins Bones become stronger Let me tell you that consuming raisins also makes bones very strong. Apart from this, the digestive system becomes strong and the liver is also healthy. It increases the body's immunity. Diabetes remains control Soaked chickpeas are very beneficial for those who have sugar disease. If you have diabetes, then leave the gram soaked in water before going to bed at night and consume this gram in the morning, this will give you a lot of benefit in diabetes. Explain the benefits of eating wet raisins Memory is fast Let us tell you that consuming gram soaked in the morning makes our mind sharp. Apart from this, the stomach also remains healthy and the digestive system becomes strong. Because of this, our face also glows. Helpful in reducing weight Nowadays people are very upset with the problem of obesity. If you are taking home remedies to overcome obesity, then definitely add gram in your diet. Drink this in breakfast every morning.

ड्राई फ्रूट पोषक तत्वों का खजाना हैं और इनके नियमित सेवन से कई बीमारियों से बचने और शरीर को स्वस्थ रखने में मिलती है। By समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब ऐसा ही एक ड्राई फ्रूट किशमिश है। किशमिश खाने से सेहत को अनगिनत फायदे होते हैं। सूखे अंगूरों को किशमिश कहा जाता है, जो कि सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है।

किशमिश शुगर का एक नैचुरल स्रोत है। इसे खाने से आपके शरीर को बहुत अधिक ऊर्जा मिलती है। एक्सपर्ट्स मानते हैं कि रोजाना किशमिश खाने से आपको शरीर को भीतर से साफ करने, ब्लड प्रेशर कंट्रोल रखने, इम्यून सिस्टम मजबूत करने और खून की कमी से बचने में मदद मिल सकती है।

किशमिश के पोषक तत्व

किशमिश में कई ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं जो सेहत के लिए फायदेमंद है जाते हैं इसमें मुख्य रूप से विटामिन ए, विटामिन बी, कैलशियम, फाइबर, आयरन, पोटेशियम और एंटी ऑक्सीडेंट्स के गुण पाए जाते हैं।भीगी हुई किशमिश खाने के फायदे

ऐसा माना जाता है कि सूखी किशमिश खाने की बजाय इसे भिगोकर खाने से आपकी सेहत को कई लाभ मिल सकते हैं। सूखी किशमिश से सभी पोषण लाभों को एक बार में निकालना कठिन हो सकता है। इसलिए, जब आप उन्हें पानी में भिगोते हैं, तो आप पोषक तत्वों की जैव उपलब्धता को बढ़ाते हैं।

सुबह खाली पेट किशमिश खाने के फायदे

एसिडिटी से छुटकारा
बहुत से लोगों को एसिडिटी और गैस जैसी समस्या रहती है। उनके लिए किशमिश बहुत फायदेमंद होता है। इसके सेवन से आपको गैस एसिडिटी जैसी समस्या से छुटकारा मिल सकता है। इसके अलावा यदि आपको कब्ज है, तो लगातार किशमिश का सेवन करें। इससे आपको कब्ज से छुटकारा मिल सकता है और पाचन तंत्र मजबूत बनेगा।

थकान और कमजोरी से मिलेगी राहत
आज के जमाने में कामकाज के वजह से थकान होना एक आम बात है। यदि आपको भी ऐसी समस्या है, तो आप रोजाना भीगी हुई किशमिश का सेवन करें। यह आपके लिए बहुत फायदेमंद साबित होगा। इसके सेवन से शरीर से कमजोरी और थकान दूर हो सकती है।

किशमिश के फायदे

विटामिन ए का खजाना
किशमिश को आप भिगोकर या या फिर गर्म पानी के साथ खा सकते हैं। यह हमारे शरीर में विटामिन ए की कमी पूरी करता है। जिससे कि आंखों को बहुत फायदा होता है। आंखों की रोशनी भी तेज होती है।

खून की कमी होती है दूर
जिन लोगों को खून की कमी की समस्या है। उनके लिए किशमिश और किशमिश का पानी बहुत फायदेमंद साबित होता है। इसमें मौजूद आयरन और कॉपर शरीर में खून की कमी को दूर करता है। इसलिए इसका सेवन जरूर करें।

किशमिश खाने के फायदे

हड्डियां बनती हैं मजबूत
आपको बता दें कि किशमिश का सेवन करने से हड्डियां भी बहुत मजबूत बनती हैं। इसके अलावा पाचन तंत्र मजबूत बनता है और लीवर भी स्वस्थ रहता है। यह शरीर के रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।

डायबिटीज रहती है कंट्रोल
जिन लोगों को शुगर की बीमारी होती है, उनके लिए भीगे चने बहुत ही फायदेमंद होते हैं। यदि आपको डायबिटीज है तो आप रात को सोने से पहले चने को पानी में भिगो कर छोड़ दें और सुबह इस चने का सेवन करें, इससे आपको डायबिटीज में काफी फायदा मिलेगा।

भीगी किशमिश खाने के फायदे बताएं

याददाश्त होती है तेज
आपको बता दें कि सुबह सुबह भीगे चने का सेवन करने से हमारा दिमाग तेज बनता है। इसके अलावा पेट भी स्वस्थ रहता है और पाचन तंत्र मजबूत बनता है। इस वजह से हमारे चेहरे पर भी निखार आता है।

वजन कम करने में सहायक
आजकल मोटापे की समस्या से लोग बहुत परेशान हैं। यदि आप मोटापे को दूर करने के लिए घरेलू उपाय कर रहे हैं, तो अपनी डाइट में चने को जरूर शामिल करें। रोजाना सुबह नाश्ते में इसी का सेवन करें।

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Press your pain point .

कमर दर्द बैक पेनकमर का दर्द बेहद तकलीफदेह होता है। दर्द के कारण व्यक्ति का चलना-फिरना और उठना बैठना तक प्रभावित होने लगता है। इसलिए कमर दर्द के कारण को समझना और समय पर उपचार करना जरूरी है। वरना ये बिस्तर पर ला सकता हैअगर ठीक समय पर इस दर्द के कारण को न समझा जाए तो ये बेहद खतरनाक भी साबित हो सकता है। इसलिए कमर दर्द को कभी भी हल्के में न लें। यदि कमर दर्द लगातार बना रहे तो इसे डॉक्टर से जरूर दिखाएं। हालांकि कुछ कमर दर्द का कारण हम खुद पैदा करते हैं। इसलिए जरूरी है कि कमर दर्द के कारणों को जाना जाएं और उससे बचने के उपाय किए जाएं।मुख्य बातेंमांसपेशियों में खिंचाव से भी कमर में दर्द होता हैगलत पॉश्चर में बैठना कमर दर्द का कारण बनता हैएक्सरसाइज करने से कमर दर्द दूर किया जा सकता हैकमर दर्द (Back Pain) कभी भी किसी को भी हो सकता है। इसके एक नहीं अनेक कारण हैं। वैसे पुरुषों के मुकाबले महिलाओं में कमर दर्द की समस्याएं ज्यादा देखने को मिलती हैं। कमर दर्द(Back Pain) की तकलीफ काफी जटिल होती है ये लोगों के रोज के कार्यों को प्रभावित करता है। कमर दर्द के कारण1- किसी वस्तु को गलत तरीके से उठाने से मासपेशियों में खिंचाव आ जाता है।2- यदि आप अपनी क्षमता से अधिक भारी सामान उठा लें।3- गलत पॉश्चर में बैठना, चलना या खड़े रहने की आदत।4- यदि आप पूरे दिन बैठे रहते हों, आपके बिस्तर का गद्दा सही न हो।5- जरूरत से ज्यादा यदि एक्सरसाइज की जाए या न कि जाए। 6- बुखार जिसमें रीढ़ की हड्डी पर फर्क पड़े। 7- प्रेग्नेंसी या फिर सी-सेक्शन होने के कारण।8- लगातार खड़े रहना या देर तक बैठे रहना।9- सोते वक्त मोटे तकिये का इस्तेमाल करना।10- दो या चार पहिया वाहन घंटों चलाना।11- कमजोर हड्डी या विटामिन डी की कमी।By बाल वनिता महिला वृद्ध आश्रम की अध्यक्ष श्रीमती वनिता कासनियां पंजाबकमर दर्द के लक्षण -1- पीठ या रीढ़ की हड्डी पर सूजन होना।2- हर वक्त कमर में तेजी से दर्द बने रहना।3- खड़े होने या बैठने में दर्द होना। 4- पीठ और कुल्हों के आसपास झनझनाहट या सुन्न पड़ जाना।5- पैरों व घुटनों तक दर्द बढ़ना।6- उठने-बैठने में भी परेशानी।शारीरिक चिकित्सा और व्यायाम – शारीरिक उपचार कमर दर्द के इलाज का आधार है। एक भौतिक चिकित्सक दर्द को कम करने के लिए आपकी कमर की मांसपेशियों और कोमल ऊतकों को विभिन्न प्रकार के उपचार, जैसे – उष्मा, अल्ट्रासाउंड, विद्युत उत्तेजना और मांसपेशी को आराम देने वाली तकनीकें अपना सकते हैं। जैसे-जैसे दर्द में सुधार होता है, चिकित्सक आपको व्यायाम सिखा सकते हैं जो आपके लचीलेपन को बढ़ा सकते हैं, कमर और पेट की मांसपेशियों को मजबूत बना सकते हैं और आपकी अवस्था में सुधार कर सकते हैं। इन तकनीकों का नियमित उपयोग दर्द की पुनरावृत्ति को रोकने में मदद कर सकता है।पीठ दर्द से बचने के लिए व्यायामनियमित व्यायाम न सिर्फ आपको पीठ दर्द से छुटकारा दिलाता है, बल्कि पुराने पीठ दर्द में भी लाभ पहुंचाता है। व्यायाम उचित ढंग से करें। गलत ढंग से किया गया व्यायाम पीठ दर्द को और बढ़ा सकता है। यह भी ध्यान रखें कि चिकित्सकीय परामर्श के बाद यह सुनिश्चित अवश्य कर लें कि आपको किस प्रकार का पीठ दर्द है और उसमें कौन-कौन से व्यायाम करना ठीक रहेगा। इसी प्रकार यदि पीठ दर्द नहीं है तो पीठ दर्द से बचे रहने के लिए भी नियमित व्यायाम लाभदायक रहते हैं।श्री वनिता कासनियां पंजाब 🌹🌹जहाँ चाह है वहाँ राह है, ,🌹🌹एक बार अपने जोड़ो, नसों मांसपेशियों के दर्द सूजन सुन्नपन, नस दबने या कमर के छल्ले सरकने,किसी भी प्रकार के ऑपरेशन या सर्जरी, दिल, दिमाग किडनी लंग्स बाईपास सर्जरी, मोच अकड़न जकड़न कमजोरी, छाती में कफ या सांस लेने में तकलीफ, हाथ पैरों कमर ओर गर्दन में कमजोरी ओर सुन्नपन में, बच्चों के हाथ पैरों में कमजोरी (Cerebral Palsy)और लकवा, फ्रैक्चर के बाद जोड़ जाम होना या कमजोर होना आदि में एक बार परामर्श जरूर लें। इससे आपको पता चलेगा कि आपकी या अन्य सदस्यों की बीमारी क्या है और उसका क्या इलाज है और उसे कैसे बढ़ने से रोका जा सकता है।।🙏🙏😊कमर दर्द बैक पेनकमर का दर्द बेहद तकलीफदेह होता है। दर्द के कारण व्यक्ति का चलना-फिरना और उठना बैठना तक प्रभावित होने लगता है। इसलिए कमर दर्द के कारण को समझना और समय पर उपचार करना जरूरी है। वरना ये बिस्तर पर ला सकता हैअगर ठीक समय पर इस दर्द के कारण को न समझा जाए तो ये बेहद खतरनाक भी साबित हो सकता है। इसलिए कमर दर्द को कभी भी हल्के में न लें। यदि कमर दर्द लगातार बना रहे तो इसे डॉक्टर से जरूर दिखाएं। हालांकि कुछ कमर दर्द का कारण हम खुद पैदा करते हैं। इसलिए जरूरी है कि कमर दर्द के कारणों को जाना जाएं और उससे बचने के उपाय किए जाएं।मुख्य बातेंमांसपेशियों में खिंचाव से भी कमर में दर्द होता हैगलत पॉश्चर में बैठना कमर दर्द का कारण बनता हैएक्सरसाइज करने से कमर दर्द दूर किया जा सकता हैकमर दर्द (Back Pain) कभी भी किसी को भी हो सकता है। इसके एक नहीं अनेक कारण हैं। वैसे पुरुषों के मुकाबले महिलाओं में कमर दर्द की समस्याएं ज्यादा देखने को मिलती हैं। कमर दर्द(Back Pain) की तकलीफ काफी जटिल होती है ये लोगों के रोज के कार्यों को प्रभावित करता है। कमर दर्द के कारण1- किसी वस्तु को गलत तरीके से उठाने से मासपेशियों में खिंचाव आ जाता है।2- यदि आप अपनी क्षमता से अधिक भारी सामान उठा लें।3- गलत पॉश्चर में बैठना, चलना या खड़े रहने की आदत।4- यदि आप पूरे दिन बैठे रहते हों, आपके बिस्तर का गद्दा सही न हो।5- जरूरत से ज्यादा यदि एक्सरसाइज की जाए या न कि जाए। 6- बुखार जिसमें रीढ़ की हड्डी पर फर्क पड़े। 7- प्रेग्नेंसी या फिर सी-सेक्शन होने के कारण।8- लगातार खड़े रहना या देर तक बैठे रहना।9- सोते वक्त मोटे तकिये का इस्तेमाल करना।10- दो या चार पहिया वाहन घंटों चलाना।11- कमजोर हड्डी या विटामिन डी की कमी।By बाल वनिता महिला वृद्ध आश्रम की अध्यक्ष श्रीमती वनिता कासनियां पंजाबकमर दर्द के लक्षण -1- पीठ या रीढ़ की हड्डी पर सूजन होना।2- हर वक्त कमर में तेजी से दर्द बने रहना।3- खड़े होने या बैठने में दर्द होना। 4- पीठ और कुल्हों के आसपास झनझनाहट या सुन्न पड़ जाना।5- पैरों व घुटनों तक दर्द बढ़ना।6- उठने-बैठने में भी परेशानी।शारीरिक चिकित्सा और व्यायाम – शारीरिक उपचार कमर दर्द के इलाज का आधार है। एक भौतिक चिकित्सक दर्द को कम करने के लिए आपकी कमर की मांसपेशियों और कोमल ऊतकों को विभिन्न प्रकार के उपचार, जैसे – उष्मा, अल्ट्रासाउंड, विद्युत उत्तेजना और मांसपेशी को आराम देने वाली तकनीकें अपना सकते हैं। जैसे-जैसे दर्द में सुधार होता है, चिकित्सक आपको व्यायाम सिखा सकते हैं जो आपके लचीलेपन को बढ़ा सकते हैं, कमर और पेट की मांसपेशियों को मजबूत बना सकते हैं और आपकी अवस्था में सुधार कर सकते हैं। इन तकनीकों का नियमित उपयोग दर्द की पुनरावृत्ति को रोकने में मदद कर सकता है।पीठ दर्द से बचने के लिए व्यायामनियमित व्यायाम न सिर्फ आपको पीठ दर्द से छुटकारा दिलाता है, बल्कि पुराने पीठ दर्द में भी लाभ पहुंचाता है। व्यायाम उचित ढंग से करें। गलत ढंग से किया गया व्यायाम पीठ दर्द को और बढ़ा सकता है। यह भी ध्यान रखें कि चिकित्सकीय परामर्श के बाद यह सुनिश्चित अवश्य कर लें कि आपको किस प्रकार का पीठ दर्द है और उसमें कौन-कौन से व्यायाम करना ठीक रहेगा। इसी प्रकार यदि पीठ दर्द नहीं है तो पीठ दर्द से बचे रहने के लिए भी नियमित व्यायाम लाभदायक रहते हैं। श्री वनिता कासनियां पंजाब🏥 पंजाब फिजियोथेरेपी एंड हेल्थ केयर सेंटर🏆👩‍⚕️

कमर दर्द बैक पेनकमर का दर्द बेहद तकलीफदेह होता है।  दर्द के कारण व्यक्ति का चलना-फिरना और उठना बैठना तक प्रभावित होने लगता है। इसलिए कमर दर्द के कारण को समझना और समय पर उपचार करना जरूरी है। वरना ये बिस्तर पर ला सकता हैअगर ठीक समय पर इस दर्द के कारण को न समझा जाए तो ये बेहद खतरनाक भी साबित हो सकता है। इसलिए कमर दर्द को कभी भी हल्के में न लें। यदि कमर दर्द लगातार बना रहे तो इसे डॉक्टर से जरूर दिखाएं। हालांकि कुछ कमर दर्द का कारण हम खुद पैदा करते हैं। इसलिए जरूरी है कि कमर दर्द के कारणों को जाना जाएं और उससे बचने के उपाय किए जाएं।मुख्य बातेंमांसपेशियों में खिंचाव से भी कमर में दर्द होता हैगलत पॉश्चर में बैठना कमर दर्द का कारण बनता हैएक्सरसाइज करने से कमर दर्द दूर किया जा सकता हैकमर दर्द (Back Pain) कभी भी किसी को भी हो सकता है। इसके एक नहीं अनेक कारण हैं। वैसे पुरुषों के मुकाबले महिलाओं में कमर दर्द की समस्याएं ज्यादा देखने को मिलती हैं। कमर दर्द(Back Pain) की तकलीफ काफी जटिल होती है ये लोगों के रोज के कार्यों को प्रभावित करता है। कमर दर्द के कारण1- किसी वस्तु को गलत तरीक...